फरवरी में ही तपने लगा थार का रेगिस्तान, जोधपुर में 33.3 डिग्री तक पहुंचा तापमान

 पश्चिमी राजस्थान पर बने एक एंटी साइक्लोन के असर व पश्चिमी विक्षोभ के उत्तरी भारत से गुजरने की वजह से मौसम में बदलाव जारी है। फरवरी माह में ही थार का रेगिस्तान तपना शुरू हो गया है। 
रविवार दोपहर में जोधपुर में अधिकतम तापमान 33.3 डिग्री पहुंच गया, जो इस बार की फरवरी का सर्वाधिक है। जैसलमेर व बीकानेर का तापमान भी 33.3 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। प्रदेश में सबसे अधिक तापमान बाड़मेर में 34.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। जोधपुर शहर में न्यूनतम तापमान 9.9 डिग्री दर्ज किया गया। 



तापमान में 23 डिग्री से अधिक का अंतर लोगों के लिए समस्या खड़ी कर रहा है। दिन गरम व रात ठंडी रहने के कारण मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है। पश्चिमी राजस्थान पर एक एंटी साइक्लोन का असर बना हुआ है, जो उत्तर से आने वाली हवाओं को टर्न कर रहा है, यही कारण है कि उत्तर से आने वाली ठंडी हवाएं यहां असर नहीं कर पा रही हैं और तेज धूप से जोधपुर, बाड़मेर व जैसलमेर के आसपास का तापमान लगातार बढ़ रहा है।


एंटी साइक्लोन का असर कम होने की संभावना बन रही है। इसकी वजह से शहर की तरफ यदि उत्तरी हवाएं बढ़ी तो न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी, लेकिन अधिकतम तापमान में ज्यादा बदलाव की संभावना नहीं है।